पाकिस्तान में कहां है किराना हिल्स, जानिए इसे क्यों कहते हैं एरिया 51?

पाकिस्तान का किराना हिल्स क्षेत्र भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद अचानक चर्चा में आ गया है। चलिए आपको किराना हिल्स के बारे में अहम जानकारी देते हैं साथ ही यह भी बताते हैं कि इसे एरिया 51 क्यों कहा जाता है।

भारत की ओर से पाकिस्तान पर की गई सैन्य कार्रवाई के बाद किराना हिल्स के लेकर चर्चा शुरू हो गई है। किराना हिल्स को लेकर कई तरह की बातें कही जा रही है। चलिए ऐसे में आपको बताते हैं कि किराना हिल्स कहां है और यह क्षेत्र पाकिस्तान के लिए मायने क्यों रखता है। किराना हिल्स पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित एक छोटा पहाड़ी क्षेत्र है, जो सारगोधा जिले के पास स्थित है। यह इलाका पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम और गुप्त सैन्य गतिविधियों के लिए जाना जाता है। 

किराना हिल्स की भौगोलिक जानकारी

स्थान: सारगोधा शहर से लगभग 30-40 किलोमीटर दूर।

स्थिति: यह एक छोटा पर्वतीय इलाका है जहां कुछ चट्टानी पहाड़ियां हैं।

उपयोग: पाकिस्तान की वायुसेना और परमाणु वैज्ञानिक इस क्षेत्र को परीक्षण स्थल के रूप में प्रयोग करते हैं।

इसे क्यों कहते हैं एरिया 51

अमेरिका का एरिया 51 एक गुप्त सैन्य और अनुसंधान केंद्र है, जहां UFO और अत्यंत गोपनीय तकनीकी शोध होते हैं। ऐसे ही किराना हिल्स को पाकिस्तान का एरिया 51 कहा जाता है। 1980 के दशक में पाकिस्तान ने यहां परमाणु विस्फोटों का “Cold Test” ( इसमें वास्तविक न्यूक्लियर ब्लास्ट नहीं होता है) किया था। ये परीक्षण इस क्षेत्र की पहाड़ियों के अंदर गुप्त सुरंगों में किए गए थे। यह इलाका आम नागरिकों के लिए बंद है और पाकिस्तान की वायुसेना की निगरानी में है। यहां विदेशी नागरिकों का जाना मना है। कहा जाता है इस स्थान ने पाकिस्तान की परमाणु क्षमता विकसित करने में बड़ी भूमिका निभाई है। इस स्थान के बार में कई रहस्य हैं- जैसे यहां परमाणु हथियारों का गोपनीय अड्डा है, मिसाइलों का जखीरा है, यहां गोपनीय परीक्षण किए जाते हैं।

यहां बने हैं सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर

1983 से 1990 तक पाकिस्तान ने यहां लगभग 24 से अधिक “cold tests” किए। यह अब भी पाकिस्तान की रक्षा गतिविधियों के लिए सुरक्षित क्षेत्र है। सैटेलाइट इमेज और सीमित रिपोर्ट्स बताती हैं कि यहां सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर हैं।

परमाणु वैज्ञानिकों ने क्या कहा?

अमेरिका स्थित परमाणु वैज्ञानिकों की संस्था बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट ने 2023 की अपनी रिपोर्ट में किराना हिल्स और आसपास के इलाकों की पहचान सबक्रिटिकल न्यूक्लियर टेस्ट साइट के रूप में की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साइट में गोला-बारूद भंडारण क्षेत्र के साथ ही कम से कम 10 भूमिगत सुरंगें हैं जहां अन्य तरह की भंडारण सुविधाएं है।

पाकिस्तान के लिए है अहम इलाका

किराना हिल्स पाकिस्तान का गोपनीय और सामरिक दृष्टि से बेहद अहम इलाका है। यहां 1980 और 90 के दशक में परमाणु परीक्षणों से जुड़ी गतिविधियां हुई हैं। इसके रहस्य,सुरक्षा बंदोबस्त और सामरिक महत्व के कारण ही इसे ‘Pakistan’s Area 51’ कहा जाता है। फिलहाल, यह क्षेत्र चर्चा का विषय बना हुआ है।

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