शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन बारात निकलने से पहले दूल्हे के दादा को हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई। इसके बाद सभी खुशियां मातम में बदल गईं।

बांका के शम्भूगंज प्रखंड में बारात निकलने से ठीक पहले दूल्हे के दादा की मौत हो गई। इस घटना से दुल्हन सहित सभी परिवारजन हैरान और दुखी हैं। दो परिवारों में खुशी का दिन अचानक गम में बदल गया। बांका में दुल्हन सपना कुमारी अपने जीवनसाथी का इंतजार कर रही थी। मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। इंतजार कर रही दुल्हन को जब होने वाले पति के दादा की मौत के बारे में पता चला तो उसकी खुशियां गम में बदल गईं।
शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के विरनौधा गांव में स्वर्गीय उत्तम मंडल की पुत्री सपना कुमारी की शादी भागलपुर जिले के शाहकुंड प्रखंड के दिनदयालपुर गांव निवासी प्रभास मंडल के पुत्र विभाष कुमार से तय हुई थी। शादी की सभी पूर्व रस्में धूमधाम से पूरी कर ली गई थीं। लेकिन न बारात आई और न सेहरा बांधे दूल्हा। फिर देर रात एक मनहूस खबर आई, जिसने पूरे माहौल को गमगीन कर दिया। जानकारी मिली कि विभाष कुमार के दादा सुरेश मंडल की बारात निकलने के समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
गम में बदल गईं खुशियां
दुल्हन सपना कुमारी, जो पिया के नाम की मेंहदी लगा दूल्हे के सपने देख रही थी, एक पल में ही टूटकर रह गई। बारात का इंतजार कर रहे परिवार और ग्रामीणों की खुशी भी गम में बदल गई। मंडप में गूंजती शहनाइयों की आवाज थम गई और पंडाल में सन्नाटा पसर गया। ग्रामीणों ने बताया कि हलवाई भोज बना चुके थे, सजी-धजी मंडप में बारात के स्वागत की सारी तैयारी थी। लेकिन अचानक मिली इस दुखद सूचना ने सब कुछ बदल दिया। जहां शादी की तैयारी हो रही थी, वहां अब शोक सभा का माहौल बन गया।
यह दर्दनाक घटना शंभूगंज और आसपास के गांवों में चर्चा का विषय बन गई है। लोग कह रहे हैं कि ऐसी विडंबना शायद ही कभी देखी गई हो, जब बारात निकलने से पहले ही दूल्हे के दादा की मौत ने सब कुछ बदल कर रख दिया।