रियाद से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध टालने का श्रेय खुद को दिया है. हालांकि भारत सरकार पहले ही उनके ऐसे दावों को खारिज कर चुकी है, लेकिन ट्रंप ने अपने सऊदी दौरे के दौरान इस मसले को दोहराकर फिर एक नई बहस छेड़ दी है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों पश्चिम एशिया के दौरे पर हैं. सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि उन्होंने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात को टालने में निर्णायक भूमिका निभाई. ट्रंप ने इसे एक ‘ऐतिहासिक सीजफायर’ बताया. साथ ही ये भी कहा कहा कि उन्होंने इस तनाव को कम करने के लिए व्यापारिक दबाव का सहारा लिया. यह तीसरी बार है जब ट्रंप ने इस तरह का दावा सार्वजनिक रूप से किया है, जबकि भारत के विदेश मंत्रालय ने इससे पहले ही इन ट्रेड प्रेशर के दावे को सिरे से नकार चुका है.
लोगों का रिएक्शन
प्रशंसकों ने भी पवनदीप की इस भावना को सलाम किया। लोगों का कहना है कि वो एक जिंदादिल इंसान हैं और वो अपने चाहने वालों को इस हाल में भी खुश रखने की कोशिस में लगे हुए हैं। कई लोगों ने कहा कि उनके हौसले और जज्बे को सलाम है। एक ने लिखा, ‘पवन भाई आपको ठीक होते देखकर अच्छा लगा, मजबूत रहो’, तो दूसरे ने कहा, ‘भाग्यशाली हैं वो अस्पताल कर्मचारी जिन्हें आपकी लाइव गायकी सुनने को मिल रही है।’ एक और फैन ने भावुक होकर लिखा, ‘प्रे करता हूं पवनदीप भैया… जल्दी ठीक हो जाओ।’
दुर्घटना से जुड़ी जानकारी
5 मई को पवनदीप एक गंभीर सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। उनकी कार एक खड़े ट्रक से टकरा गई थी। उन्हें पहले सरकारी अस्पताल ले जाया गया और बाद में गंभीर चोटों के चलते नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में शिफ्ट किया गया। अस्पताल के मुताबिक इस दुर्घटना में उनके कई अंगों में फ्रैक्चर हुआ था और उन्हें तत्काल ऑर्थोपेडिक टीम की निगरानी में सर्जरी के लिए भर्ती किया गया। अब उनकी स्थिति में सुधार है और उन्हें आईसीयू से निजी कमरे में शिफ्ट कर दिया गया है। उनके साथ दुर्घटना में कार चालक राहुल सिंह और एक अन्य यात्री अजय मेहरा भी घायल हुए थे।
भारत सरकार ने क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस बातचीत में किसी भी प्रकार के व्यापारिक सौदे या शर्तों की चर्चा नहीं हुई. विदेश मंत्रालय ने यह भी दोहराया कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार्य नहीं है. यह भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मामला है, और इसमें बाहरी दखल नहीं होना चाहिए.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की नीति स्पष्ट है. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे जुड़े सभी मुद्दे भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे तौर पर सुलझाए जाएंगे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान गोली चलाएगा, तो भारत भी जवाबी कार्रवाई करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी और पाकिस्तान को पानी नहीं दिया जाएगा. साथ ही पाकिस्तान को सलाह दी कि वह अपनी हरकतें जल्द समझे, वरना उसे इसका नुकसान उठाना पड़ेगा.