कानपुर पुलिस और नारकोटिक्स टीम ने पिछले साल जाजमऊ में 18.30 क्विंटल गांजा जब्त किया था। कोर्ट के आदेश के बाद इस गांजे को सिद्धनाथ गंगाघाट पर गड्ढा खोदकर जलाकर नष्ट कर दिया गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त की देखरेख में यह कार्रवाई हुई जिसमें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। जब्त गांजा छत्तीसगढ़ से तस्करी करके लाया गया था।

कानपुर। जाजमऊ में पिछले साल 22 नवंबर को जाजमऊ पुलिस ने नारकोटिक्स विभाग के साथ मिलकर डंपर में छत्तीसगढ़ से लखनऊ ले जाया जा रहा 18.30 क्विंटल गांजे की खेप पकड़ी थी। जिसे जाजमऊ थाने में रखा गया था। इस मादक पदार्थ को कोर्ट के आदेश के बाद गुरूवार को सिद्धनाथ बालू गंगाघाट में गड्ढे में डालने के बाद जलाकर नष्ट कर दिया गया।
इसे नष्ट करने की कार्रवाई संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार की देखरेख में हुई। वहीं, संयुक्त निदेशक अभियोजन विक्रम सिंह,डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आबिदी,एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर, एडीसीपी पूर्वी मनोज पांडेय, और जाजमऊ थाना प्रभारी अजय मिश्रा मौजूद रहे।
यह था तस्करी गैंग पकड़ने का मामला
नारकोटिक्स टीम को ने सटीक सूचना पर 22 नवंबर की देर रात जाजमऊ हाईवे पर घेराबंदी कर चेकिंग अभियान शुरू किया गया था। इस दौरान एक संदिग्ध डंपर के साथ कार को रोका गया। यह कार डंपर को स्काट कर रही थी। वहीं आरोपितों ने डंपर में मछली और मुर्गीदाना होने की बात कही। जिसकी उन्होंने बिल्टी भी बनवा रखी थी।
डंपर को रोककर तलाशी ली गई तो अंदर रखी बोरियों की तलाशी लेने पर मछली और मुर्गी दाना की बोरियों में गांजा भरा मिला था।मामले में नार्कोटिक्स प्रभारी आईनुद्दीन की तहरीर पर आरोपित शिवानंद नगर थाना भनपुरी जिला रायपुर छत्तीसगढ़ निवासी पुंडलीक, महाराजगंज के ग्राम नौबारार देवारा निवासी संतोष यादव, महाराजगंज के हेंगापुर गांव पोस्ट शागड़ थाना सिधारी निवासी राम सागर यादव और आजमगढ़ ग्राम गजेंद्र पट्टी भदौरा थाना अतरौलिया निवासी मंगेश यादव पर एनडीपीएस एक्ट पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था।
छत्तीसगढ़ से सस्ते दामों में लाकर यूपी में होती है सप्लाई
थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्रा ने बताया कि आरोपित तस्करों से पूछताछ में सामने आया था कि वह गांजा छत्तीसगढ़ से सस्ते में खरीदकर यूपी के कई जिलों में महंगे दामों में गांजा सप्लाई करते थे। वह छत्तीसगढ़ से कई जिले के बार्डर से माल पार कराते हुए कानपुर पहुंच गए थे। आगे उन्हें लखनऊ में सप्लाई देनी थी।
तस्कर ने कबूली थी सप्लाई की कहानी
पकड़े गए तस्कर व डंपर मालिक पुंडलीक ने कबूला था कि वह मध्यप्रदेश और राजस्थान में गांजा की क़ई बड़ी सप्लाई कर चुके हैं।