कानपुर में एक सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। उनके बेटे की शिकायत पर हुई जांच में पाया गया कि उन्होंने अपनी आय से 1.05 करोड़ रुपये अधिक खर्च किए थे। सतर्कता विभाग ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है क्योंकि वह अपनी आय के स्रोत का खुलासा नहीं कर पाए। मामला दर्ज कर आगे की जाँच जारी है।

कानपुर। एक बेटे ने अपने सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर पिता की शिकायत की तो विजिलेंस ने आय की संपत्ति की जांच शुरू कर दी। सवा दो साल की जांच के बाद सामने आया कि सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर ने अपने कार्यकाल में आय से करीब 1.05 करोड़ रुपये ज्यादा खर्च किए हैं।
मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।विजिलेंस के एडिशनल एसपी पुत्तूराम के अनुसार, मूलरूप से जौनपुर जिले के निवासी जितेन्द्र प्रताप सिंह इंस्पेक्टर थे, जो वर्ष 2016 में सेवानिवृत्त हो गए। वह वर्तमान में लखनऊ में रह रहे हैं। उनके बेटे ने ही उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच खुलवाई थी।
इसके बाद शासन के आदेश पर 25 फरवरी 2023 को जितेन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ विजिलेंस टीम ने जांच शुरू की। करीब सवा दो साल की जांच में पाया गया कि नौकरी के कार्यकाल में जितेन्द्र प्रताप सिंह ने 1 करोड़ 68 लाख, 47 हजार 924 की आय अर्जित की थी, लेकिन इस अवधि में विभिन्न संपत्ति आदि में दो करोड़ 74 लाख 14 हजार 817 रुपये खर्च किए हैं।
इस तरह से जितेन्द्र प्रताप सिंह ने एक करोड़ पांच लाख 66 हजार 893 रुपये ज्यादा खर्च किए हैं, जो अवैध तरह से कमाए गए थे। इसको लेकर जब जितेन्द्र प्रताप सिंह से पूछताछ की गई तो वह सही जवाब नहीं दे सके। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। एडिशनल एसपी ने बताया कि शासन के आदेश पर कानपुर सेक्टर के इंस्पेक्टर जुबैर अहमद ने कानपुर सेक्टर विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।