जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की हत्या के बाद परिजनों में आक्रोश है। बुधवार देर रात शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर लखनऊ से लाया गया। परिजनों का आरोप है कि सुरक्षा व्यवस्था में चूक के कारण शुभम की जान गई। वे पाकिस्तान की साजिश बताते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की हत्या के बाद परिजनों में आक्रोश है। बुधवार देर रात शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर लखनऊ से लाया गया, लखनऊ एयरपोर्ट पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
पहले धर्म पूछा, फिर सिर में गोली मार दी
घटना की जानकारी देते हुए मृतक के पिता संजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि शुभम अपनी पत्नी और अन्य परिवार के पांच लोगों के साथ पहलगाम घूमने गया था। घोड़े पर बैठकर ऊपर घाटी में गए थे।
वहां दो आतंकी आए उन्होंने पहले धर्म पूछा, फिर सिर में गोली मार दी। बहू ने जब विरोध किया और खुद को भी गोली मारने की जिद की, तो आतंकी बोले- ‘तुम्हें बाद में देखेंगे’। इस हृदय विदारक घटना के बाद से परिवार गहरे सदमे में है।
.jpg)
घोड़े वालों ने पहले पैसे मांगे, फिर दी जानकारी
शुभम की बहन आरती ने आरोप लगाया कि घटना की सूचना देने के बजाय घोड़े वालों ने पहले पैसे मांगे। आरती ने कहा कि अगर वक्त रहते सूचना दी जाती, तो शायद जान बचाई जा सकती थी।
पाकिस्तान की साजिश, ताकि कोई हिंदू कश्मीर न आए
शुभम के पिता ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पहलगाम में कहीं भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। यह पाकिस्तान की साजिश है, ताकि कोई हिंदू जम्मू-कश्मीर में न आए। सरकार को अब सख्त कदम उठाना चाहिए।
.jpg)
गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से मिली मदद
मृतक शुभम के पिता ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उनसे मुलाकात की। इसके साथ ही उन्होंने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कॉल करके बात करते रहे। पिता ने योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसी चिंता और संवेदनशीलता शायद ही कोई मुख्यमंत्री दिखा सके। राज्य सरकार ने हर संभव सहायता की है।