सिंधु जल समझौते को भारत सरकार द्वारा रद्द कर दिया गया है। ऐसे में भाजपा सांसद गौरव गोगोई ने इसे लेकर कहा कि आज पीओके को लेने और उसे भारत में शामिल करने का सही समय है।

सिंधु जल संधि के निलंबन पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के कथित बयान पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “मुझे लगता है कि भारत सरकार के लिए बातचीत का समय खत्म हो गया है और अब कार्रवाई का समय शुरू हो गया है। हम पाकिस्तानी सेना और प्रशासन को कड़ा जवाब देना चाहते हैं ताकि वे पहलगाम में जो हुआ उसे कभी न दोहरा सकें। आज पीओके को लेने और इसे भारत का हिस्सा बनाने का सही समय है। सर्वदलीय बैठक में हमने कहा था कि हम पाकिस्तानी प्रशासन के खिलाफ सभी कार्रवाइयों में सरकार का समर्थन करेंगे। हमने एक अतिरिक्त अनुरोध किया है कि पहलगाम में कुछ खुफिया और सुरक्षा चूक हुई है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है वे न्याय चाहते हैं।”
मुख्तार अब्बास नकवी ने भी की पीओके लेने की बात
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के कार्यालय द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गई थी। विज्ञप्ति में बताया गया कि मुख्तार अब्बास नकवी ने इस आतंकी हमले की निंदा की और कहा, ‘‘इस्लाम को सुरक्षा कवच बना कर इन्सानियत को लहूलुहान करने वाले इन्सानियत और इस्लाम दोनों के दुश्मन हैं।’’ इस दौरान भाजपा नेता ने कहा, ‘मुल्क के दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए देश के सौहार्द, एकता को मजबूत और महफूज रखना होगा। आजादी के अमृत काल में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को भारत का हिस्सा बनाने के संसद के संकल्प को पूरा करने का वक्त आ गया है। भारतीय संसद ने 22 फरवरी 1994 को सर्वसम्मति से संकल्प पारित किया था कि पीओके भारत का हिस्सा है, इसे पाकिस्तान के अनधिकृत कब्जे से मुक्त कराना है। इसीलिये जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 24 सीटें आरक्षित की गई हैं।’
ईरान और यूएई के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से की बात
बता दें कि आज इरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने पीएम नरेंद्र मोदी को फोन किया और इस आतंकी हमले की निंदा की। इस दौरान दोनों देशों के नेताओं को पीएम मोदी ने इस आतंकी हमले के बाद देश के लोगों में फैले आक्रोश के बारे में बताया। दोनों ही देशों के नेताओं ने इस हमले की निंदा की और कहा कि आतंकवाद को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।