अंबेडकरनगर पोते संग भाग गई दादी के दूसरे पति का गुस्सा एक बार फिर फूटा है. उन्होंने कहा- चार बच्चों की मां होकर भी उसे 25 साल के लड़के के साथ भागने में शर्म नहीं आई.

अलीगढ़ के सास दामाद की प्रेम कहानी से लोग उभर नहीं पाए थे कि दादी पोते की लव स्टोरी ने सबको चौंका दिया. हाल ही खबर आई थी कि अंबेडकरनगर में एक दादी अपने ही रिश्ते के पोते संग भाग गई. फिर उसने पोते से शादी भी कर ली. अब इन दोनों का तो कुछ नहीं पता है. मगर, दादी के पति का दर्द और गुस्सा बार-बार छलक रहा है. उनका कहना है कि वह अब अपनी पत्नी की तेरहवीं करेंगे.
यह है मामला
मामला बसखारी थाना क्षेत्र के प्रतापपुर बेलवरिया दलित बस्ती का है. यहां 52 साल की इंद्रावती को 25 साल के लड़के से प्यार हो गया. दोनों के बीच नजदीकियां इतनी बढ़ कि चार बच्चों की मां ने अपने ही पोते से गोविंद साहब मंदिर में शादी कर ली थी. इसके बाद दोनों कहीं चले. अभी तक दोनों के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
दूसरे पति का निकला गुस्सा
अब एक बार फिर पति चंद्रशेखर ने का बयान सामने आया है. उनका कहना है, ‘मेरे लिए मेरी पत्नी मर चुकी है. वो चाहे जिस मर्जी के साथ रहे. मैं तो उसकी तेरहवीं करूंगा. चाहे जैसे मर्जी रहूं, रह लूंगा उसके बिना. बच्चों की भी परवरिश कर लूंगा. लेकिन उसे अब कभी नहीं अपनाऊंगा. चार बच्चों की मां होकर भी उसे 25 साल के लड़के के साथ भागने में शर्म नहीं आई. उसने शादी तक कर ली.’
पहले भी हो चुकी शादी
बता दें, 52 वर्षीय इंद्रावती की शादी 20 साल पहले प्रतापपुर बेलवरिया निवासी चंद्रशेखर आजाद के साथ हुई थी. चंद्रशेखर आजाद के साथ उसकी यह दूसरी शादी थी. इससे पहले भी उसकी एक शादी हो चुकी थी, लेकिन पति से वो अलग हो चुकी थी. चंद्रशखेर परिवार के खातिर बाहर रहकर काम करते थे. वहीं से परिवार को पैसा भेजते हैं. लेकिन 10 दिन पहले उनकी बीवी अचानक से कहीं गायब हो गई. पता चला कि पत्नी इंद्रावती का गांव में ही रहने वाले एक युवक संग अफेयर है.
ऐसे हुए 4 बच्चे
पति चंद्रशेखर ने बताया था कि शादी के बाद उन्हें तीन बच्चे हुए. एक लड़की और दो लड़के. जबकि, पहले पति से इंद्रावती को एक बेटी है. इंद्रावती ने उसकी जमीन गिरवी रखकर दो साल पहले बेटी की शादी की. उन्होंने कहा था कि कुछ समय से इंद्रावती का मन मुझसे उठ गया था. वो मुझसे सही से बात तक नहीं करती थी. हमारे बीच इसे लेकर कई बार झगड़ा भी हुआ.
मारने का बनाया था प्लान
उनका कहना था, मेरी पत्नी और उसका प्रेमी मिल कर हम लोगों को मारने का प्लान भी बना रहे थे. लेकिन इसकी भनक मुझे लग गई थी, जिससे वो प्लान में सफल नहीं हो पाए. इसके बाद वो रिश्ते में लगने वाले पोते के साथ भाग गई. मैंने दो दिन पहले ही थाने में शिकायत की. पुलिस वालों ने कहा कि अगर दोनों साथ रहना चाहते हैं तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते. फिर परिवार और समाज से बेखौफ दोनों ने गोविंद साहब मंदिर में पहुंचकर शादी भी रचा ली.