पुलिसकर्मी शनिवार रात खाना खाने के बाद अपने बैरख में सोने चले गए थे। हालांकि, सुबह उनके साथियों ने देखा तो कमरे में उनकी लाश खून से लथपथ पड़ी हुई थी।

जहानाबाद पुलिस लाइन में उस समय हड़कंप मच गया जब एक सिपाही ने अपनी ही इंसास राइफल से गोली मार कर आत्महत्या कर ली। मृतक सिपाही विनोद चौधरी जहानाबाद व्यवहार न्यायालय में पोस्टेड थे और वह पिछले एक महीने से पत्नी की मौत के बाद डिप्रेशन में चल रहे थे। मृतक विनोद चौधरी गया जिला के परैया थाना क्षेत्र के रहने वाले थे और पुलिस लाइन के बैरख में रहते थे।
बताया जाता है कि शनिवार की रात वह खाना खा कर अपने कमरे में सोने चले गए लेकिन सुबह जब काफी देर तक उनके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो सहयोगियों ने खिड़की से देखा तो उनके होश फाख्ता हो गया। सिपाही विनोद चौधरी का शरीर खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था और पास में इंसास राइफल पड़ा था। घटना के पीछे विनोद चौधरी का डिप्रेशन में होना बताया जा रहा है। कुछ दिनों पूर्व उनकी पत्नी का कैंसर से निधन हो गया था और उनके दो छोटे छोटे बच्चे है और बीच उनका ट्रांसफर सीतामढ़ी हो गया था।
ड्रिप्रेशन में था पुलिसकर्मी
पत्नी के निधन और और बच्चों के देखभाल के साथ घर से दूर ट्रांसफर होने से वे काफी डिप्रेशन में चले गए थे और उसी डिप्रेशन में आकर उन्होंने बीती रात इंसास रायफल से खुद को गोली मारकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। इस घटना की सूचना मिलते ही एसपी अरविंद प्रताप सिंह सहित वरीय पदाधिकारी पुलिस लाइन पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। इस दौरान किसी भी मीडियाकर्मियों को पुलिस लाइन में जाने पर रोक लगा दिया है और स्पॉट रिपोर्टिंग पर रोक भी लगा रखा है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही परिजन पुलिस लाइन पहुंच गए, जहां परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया।
20 दिन के अंदर दूसरी आत्महत्या
परिजनों ने बताया की उन्हें सिर्फ मौत की खबर मिली है और वह आनन फानन में यहां पहुंचे है। बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है। हालांकि इस मामले पर पुलिस के कोई भी अधिकारी और पुलिसकर्मी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। गौरतलब है की 21 अप्रैल को वाणावर थाना में पदस्थापित एक सब इंस्पेक्टर ने भी खुद को थाना के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। महज 20 दिनों के अंदर यह दूसरी घटना है। वही इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।