कानपुर के कलक्टरगंज अग्निकांड की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक घंटे के भीतर ही 100 से अधिक दुकानें और उसमें भरा माल राख हो गया। बेबस व्यापारी सबकुछ अपनी आंखों के सामने जलता देखकर भी कुछ कर नहीं सके। कई व्यापारियों ने अपने स्वजन और कर्मचारियों संग कुछ सामान निकाला।

कानपुर। अग्निकांड की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक घंटे के भीतर ही 100 से अधिक दुकानें और उसमें भरा माल राख हो गया। बेबस व्यापारी सबकुछ अपनी आंखों के सामने जलता देखकर भी कुछ कर नहीं सके। कई व्यापारियों ने अपने स्वजन और कर्मचारियों संग कुछ सामान निकाला। हालांकि बारदाना, रुई, मूंगफली, सिंघाड़ा, खटाई, केमिकल, खाद्यतेल और सौंफ समेत कई पदार्थ पूरी तरह नष्ट हो गए।
आग बुझाते-बुझाते दमकल जवानों की त्वचा लाल हुई
आग इतनी भीषण थी कि बुझाने के दौरान उसकी तपिश से जवानों की त्वचा झुलसकर लाल हो गई। भीषण गर्मी के दौरान आग की तपिश में दमकल जवानों को थोड़ी-थोड़ी देर में ही प्यास लग रही थी। आसपास के लोग और व्यापारियों ने पानी मंगवाया।
प्रमुख रूप से इन दुकानदारों का हुआ नुकसान
– दिनेश कुमार गुप्ता की किराने की चार दुकानें जलीं
– सुशील राठौर की किराना दुकान जलकर हुई राख
– राजा गुप्ता की किराना दुकान जली
– रजत गुप्ता की बारदाना गोदाम जला
– अरविंद चतुर्वेदी का रुई गोदाम जलकर राख
– कृष्ण कुमार गुप्ता का मूंगफली गोदाम जलकर राख
इसके अलावा सौंफ,मोबिल आयल,केमिकल,सिंघाड़ा,गल्ला और खटाई समेत करोड़ों का बारदाना जलकर राख हो गया।
बाल्टियों से पानी डालकर किया आग बुझाने का प्रयास
भीषण आग देख आसपास के युवकों ने दमकल आने से पहले आसपास के स्टैंडपोस्ट नलों से बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन केमिकल की वजह से आग लगातार भड़कती चली गई।
केमिकल और रुई की आग बुझाने को डाला गया फोम
मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि रुई, केमिकल और तेल की आग पानी डालने के साथ ही लगातार भड़कती जा रही थी। पानी में फोम मिलाकर चार गाड़ियों से चारों ओर से बौछार की गई जिसके बाद देर शाम आग बुझी।
बांस के टट्टरों में लगी आग तेज हवा से फैलती गई
जिस समय आग लगी अचानक तेज हवा चलने लगी। जिससे बांस और तिरपाल के ट्टटर में लगी आग हवा से फैलती चली गई। इस दौरान वहां रखे घी, तेल, रिफाइंड और रुई व केमिकल ने आग को तेजी से भड़काने का काम किया। हालांकि व्यापारियों ने कर्मचारियों और अपने परिवार के सदस्यों की मदद से काफी सामान निकलवाकर सड़क किनारे सुरक्षित कराया। इस दौरान कई लोगों ने नजर बचाकर हाथ भी साफ कर दिया।
दो महिलाओं समेत पांच झुलसे
हादसे में आग की चपेट में आकर बाबूपुरवा किदवई नगर निवासी लाजवंती देवी, जूही निवासी संतोष पासवान की पत्नी ललिता देवी के साथ ही पीएसी मोड शहदुल्लापुर निवासी संजय कुमार और शुक्लागंज नेहरु नगर के दीपक झुलस गए। उन्नाव के जैतीपुर रामसराय निवासी कमलेश ने बताया कि केमिकल की छोटी-छोटी बोतलों में पैकिंग करने के लिए ड्रम खोल रहा था तभी धमाका हो गया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। हादसे में झुलसे सभी लोगों को उर्सुला अस्पताल के बर्नवार्ड में भर्ती कराया गया है।
तमाशबीन भीड़ को लाठियां पटककर खदेड़ा
आग बुझाने के दौरान दमकल जवानों को सबसे ज्यादा समस्या अनियंत्रित भीड़ की वजह से हो रही थी। इस पर कलक्टरगंज, अनवरगंज, बेकनगंज, हरबंशमोहाल पुलिस के साथ ही सिविल डिफेंस को भी लगाया गया। लोग मोबाइल से धधक रही आग की फोटो और वीडियो बनाने में जुटे थे। जिसकी वजह से काफी भीड़ हो गई। पुलिस ने कई बार लोगों को लाठियां पटककर खदेड़ा।