भारत-पाक के बीच ‘चौधरी’ क्यों बन रहा अमेरिका? डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान में हो चुकी है ये डील

मेरिका और डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान को काफी मदद कर रहे हैं। पहले भारत से सीजफायर करने में अमेरिका ने पाकिस्तान को मदद की और फिर IMF से पाकिस्तान को हजारों करोड़ का लोन दिला दिया। पाकिस्तानी की इतनी तरफदारी की वजह सामने आ गई है।

भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका चौधरी क्यों बन रहा है? अमेरिका पाकिस्तान की इतनी तरफदारी क्यों कर रहा है? मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से अमेरिका की एक सच्चाई का खुलासा हुआ है, जो पाकिस्तान को बचाने की वजह बन रही है। इस सच्चाई का सीधा कनेक्शन ट्रंप से है। एक डील की चर्चा है, जो पहलगाम आतंकी हमले के 5 दिन बाद डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के बीच हुई थी।

दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में संघर्ष हुआ। दोनों देशों में जंग छिड़ने के हालात बन गए थे। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और POK में एयर स्ट्राइ करके 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए। पाकिस्तान ने इस कार्रवाई पर पलटवार किया और भारत पर ड्रोन मिसाइल अटैक किए, जिसका भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 4 एयरबेस तबाह करके मुंहतोड़ जवाब दिया था।

पाकिस्तान से ये डील मेहरबानी की वजह

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान पर क्रिप्टो डील की वजह से मेहरबान हैं। जी हां, 22 अप्रैल को भारत में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के 5 दिन बाद डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान में क्रिप्टो डील हुई थी। क्रिप्टो डील का सीधा कनेक्शन ट्रंप फैमिली से है। डील में ट्रंप की फैमिली की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ट्रंप के दोस्त भी डील में हिस्सेदार है।

डोनाल्ड ट्रंप समर्थित कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (WLF) ने पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के साथ डील की है। बाइनेंस के फाउंडर और दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के CEO चांगापेंग झाओ पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के सलाहकार हैं। उनकी मध्यस्थता से ही ट्रंप और काउंसिल में क्रिप्टो डील हुई है।

डील का मकसद का पाकिस्तान को साउथ एशिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाना है। डील करने के लिए WLF का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान गया था। इस प्रतिनिधिमंडल में ट्रंप के साथ गोल्फ खेलने वाले उनके दोस्त स्टीव विटकॉफ का बेटा जैकरी विटकॉफ भी शामिल था, जिसे पाकिस्तान में खूब सम्मान मिला।

भारत पाकिस्तान सीजफायर का क्रेडिट खा रहा अमेरिका

बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर एयर स्ट्राइक की और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि दुश्मन देश के भारत में आतंक फैलाने के नापाक मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। 4 दिन भारत पाकिस्तान में ‘जंग’ चली। पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन मिसाइल अटैक किए तो भारतीय सेना ने मिसाइलों से जवाब दिया। भारत के हमले से घबराया पाकिस्तान सीजफायर करने पर आ गया।

10 मई को आपसी सहमति से भारत पाकिस्तान में सीजफायर हो गया, लेकिन इस समझौते का क्रेडिट अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद को दे रहे हैं। क्योंकि ट्रंप ने अपने ट्रूथ सोशल अकाउंट पर पोस्ट लिखकर कहा कि लंबी बातचीत के बाद भारत पाकिस्तान में सीजफायर करा दिया है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अमेरिका की सहमति से ही IMF ने भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को हजारों करोड़ का लोन दे दिया।

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