पलवल के लांस नायक दिनेश कुमार जो LOC पर तैनात थे। उन्होंने अपने दोस्त प्रमोद से आखिरी बार फोन पर बात की। दिनेश ने बताया कि पाकिस्तानी सेना की भारी गोलीबारी हो रही है और वे निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। सुबह खबर मिली कि दिनेश कुमार शहीद हो गए। प्रमोद को अपने बहादुर दोस्त पर गर्व है।

पलवल। बचपन में साथ खेले-खाए और बड़े हुए। क्या पता था यह दिन देखना पड़ेगा। मेरा सबसे अच्छा दोस्त चला गया, लेकिन वह इतनी यादें, इतना प्यार छोड़ गया कि यह दिल कभी मानेगा ही नहीं वह चला गया। यह कहना है बलिदानी दिनेश कुमार के दोस्त प्रमोद का।
पाकिस्तानी की ओर से भारी गोलीबारी हो रही
प्रमोद ही वह शख्स हैं, जिनकी आखरी बार दिनेश से फोन पर बात हुई। दैनिक जागरण से बातचीत में प्रमोद ने बताया, छह मई को रात करीब 11 बजे दिनेश का उनके पास फोन आया। दिनेश ने उनसे कहा, वह इस समय सीमा (एलओसी) पर तैनात है। पाकिस्तानी की ओर से भारी गोलीबारी हो रही है। लगता है आज आर-पार की निर्णायक लड़ाई का वक्त आग गया है। छोड़ेंगे नहीं। पाकिस्तानी सेना को घर में घुसकर मारेंगे। तभी प्रमोद ने समय की नजाकत को समझते हुए हुए दिनेश से कहा, यह सही समय नहीं है हम बाद में बात करेंगे।
इसके बाद फोन कट गया। बुधवार भोर चार बजे दिनेश का फिर फोन आया। उन्होंने कॉल उठाया तो दिनेश के हैलो बोलते ही फोन कट गया। आवाज से लग रहा था उसकी हालत ठीक नही है। वह घबरा गए।
उन्होंने दिनेश को दोबारा फोन मिलाया तो किसी दूसरे ने कॉल उठाई। उसने बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा की जा रही गोलीबारी में लांस नायक दिनेश कुमार अपने कई साथियों के साथ घायल हो गए हैं। उन्हें अस्पताल लेकर जा रहे हैं। सुबह सात बजे सूचना प्राप्त हुई कि दिनेश कुमार नहीं रहे।